नाम : जन्म स्थान : वर्तमान रिहाइश स्थल : तहसील : जिला : राज्य : ई-मेल पता : | विनीत कुमार नागपाल फाजिल्का जलालाबाद जलालाबाद वर्तमान में फाजिल्का पंजाब mycityjalalabad@gmail.com |
मेरे इस छोटे से शहर को गूगल मैप पर देखने के लिए कलिक करें काफी लम्बे समय से मन में विचार चल रहे थे कि अपने इस छोटे से शहर को दुनिया के नक़्शे पर लाया जाए| पर कैसे, इस छोटे से शहर में रहते हुए कोई राह दिखाने वाला नहीं, चारों तरफ निगाह घुमाई, पर चारों तरफ से नाउम्मीद, कहीं कोई आशा की किरण दिखाई नहीं दे रही थी | कहीं पर कोई आज की तकनीक पर हाथ पकड़ कर राह दिखाने वाला नहीं | पर मन में एक चाह थी कि अपने इस सपने को सच कर दिखाना है |
बड़े बजुर्गों से सुना था कि कोई भी काम असंभव नहीं होता, पर जरुरत है उस काम को अंजाम देने के लिए खुद में वो हौसला, मन में लगन, एवं उस काम को पूरा करने के जज्बे की, तो कोई भी काम असंभव नहीं होता | उस काम को हर हालत में पूरा होना पड़ता है, यदि कोई व्यक्ति ये ठान ले कि मैंने अपने सपने को हर हाल में पूरा करना है |
मैंने भी ठान लिया कि अपने इस सपने को हकीकत का रूप देना है | लेकिन अपने इस सपने को मूर्तरूप देने के लिए एक वेबसाइट का निर्माण करना जरुरी था | लेकिन इस कार्य को अंजाम देने के लिए किसी प्रोग्रामर की सहायता की जरुरत थी, और अगर किसी भी प्रोग्रामर की सेवाएँ ली जाती तो वो इस छोटे से शहर में मुमकिन नहीं था | किसी और शहर से किसी प्रोफशनल प्रोग्रामर की सेवाएँ ली भी जाती तो वो इतना समय नहीं दे पाता कि जो मैं चाहता था, और तो और उस को सारी जानकारी भी मुझे ही जुटा कर देनी पड़ती |
इस लिए मन में ठान लिया कि इस कार्य को मैं ही अंजाम दूंगा, पर कैसे ? इस प्रश्न का उत्तर भी काफी कठिन था, कि कैसे होगा ये सब, कैसे कर पाउँगा ये सब, कयोंकि मैं प्रोग्रामिंग नहीं जानता था | लेकिन जब मन में ये ठान लिया कि इस कार्य को अंजाम देना है तो फिर इस कार्य को अंजाम तक पहुँचाने का जो संकल्प लिया था वो आपके साहमने है |
प्रोग्रामिंग न जानने के कारण इस राह में मुश्किलें तो बहुत आयी, पर मन में एक जनून था, इस लिए ही अपने इस सपने को अंजाम दे पाया कहाँ तक सफल हुआ ये तो आप ही बतायेंगे |
अच्छा लगा आपके बारे में जानकर..
ReplyDeleteaccha laga yun post ke zariye aapse milkar aapke baare men jaankar samay mile kabhi to aaiyegaa meri post par aapka svagat hai http://mhare-anubhav.blogspot.com/
ReplyDeleteA topic near to my heart thanks, ive been wondering about this subject for a while.
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